Saturday 22 July 2017

कानून-व्यवस्था की ज़िम्मेदारी आखिर किसकी ?

कोई भी राज्य हो उस राज्य का प्रशासन चुस्त- दुरुस्त बनाना उसी राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है जो वहां के प्रशासन का मुखिया होता है।उसकी ज़िम्मेदारी होती है अपने यहां की कानून व्यवस्था को अच्छी तरह से व्यवस्थित करें। अगर विधान सभा सुरक्शित नही तो प्रदेश केसे सुरक्षित रह पाएगा यह भी विचारणीय है ! ये देश के हर राज्य के लिए होता है कि वो अपनी जिम्मेदारी को समझें। हर राज्यों में कानून-व्यवस्था की शिथिलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आतंकियों की जहां भी इच्छा होती है वे वही बम विस्फोट कर देते है और हमारे नेता संसद के अंदर बैठ कर प्रदेश की कानून-व्यवस्था का आकलन करते रहते है और उसमें सुधार करने का कानून बनातेे है। चाहे विधान सभा हो या मंदिर पुलिस प्रशासन और वहाँ पर सुरक्षा संभाले सुरक्षाबलों की ज़िम्मेदारी होती है उनकी सुरक्षा करना ।विधानसभा विधायको की एक ऐसी पाठशाला जहाँ से ये लोग पूरे प्रदेश के विकासोन्मुख कार्यो के लिए कानून पारित करते है और वही पर पूरे प्रदेश के लिए एक चर्चा का माध्यम बनाते है उस जगह पर ऐसी हरकत करना बहुत बड़ी बात है अगर जो भी ऐसे विस्फोटकों से विस्फोट कराने में सफल हो जाता तो बहुत बड़ा नुकसान हो जाता।लेकिन भगवान का शुक्र की वह अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाया और आज भी विधानसभा पूर्णरूपेण सुरक्षित है लेकिन सुरक्षित तो हम हो गए, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि उस विधानसभा के अंदर अगर विस्फ़ोटक पहुँचा तो कैसे?क्योंकि कोई भी अनजान व्यक्ति ऐसे नही घुस सकता,जब तक अंदर का कोई भी व्यक्ति न मिला हो। इसलिए इस घटना का निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किया जाय।।
उत्तम जैन ( विद्रोही ) 

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