Tuesday 14 November 2017

विमल गादिया की कलम से - समाज सेवा के कार्यो में क्यो होती है राजनीति

ठाणे मुंबई से आपके विमल गादिया की कलम से 📞7208493383
गायक विमल के मन की बात अपनो के साथ ----अच्छे कार्यकर्ता तो घर बैठते है और पारिवारिक और चापलूसों की फौज बन जाती है


सामाजिक कार्यों में प्रत्येक व्यक्ति अपनी सामर्थ्य के अनुसार सेवा करना चाहता है चाहे वो सेवा अर्थ से हो या कार्यशैली से, लेकिन वर्तमान समाज में हर तरफ़ राजनीति का खेल खेला जा रहा है ,पदाधिकारी ऐसे व्यक्तियों को ही आगे लाते जो उनके पारिवारिक सदस्य हो या उनकी चापलूसी करने में माहिर हो । चापलूसी करने वालों में चाहे योग्यता हो या नहीं,चाहे कार्य करने की क्षमता हो या नहीं,परन्तु चापलूसी करने की वजह से उन्हें पद पर बैठा दिया जाता है।
इस वजह से उच्च कोटि के कितने ही कार्यकर्ता पीछे रह जाते हैं। मेरे परिचित में ऐसे कार्यकर्ता है जो समाज में ग्राउंड लेवल पर कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं लेकिन राजनीति करने वालों को अपने पास चाटुकारों की फौज चाहिए,कार्यकर्ता नहीं , जिसका ईमान ज़िंदा रहता है वो हमेशा सच्चाई के साथ जीता है ना की चमचागिरी में । चापलूसी के माध्यम से झुठ दिखता है, इसलिए बुद्धिमान लोग इसे पसंद नहीं करते,यह रिश्तों को लूटता है और व्यक्ति में आत्मविश्वास को मारता है ।
मेरा समाज के उन ठेकेदारों से निवेदन है समाज को मजबूत बनाना है, ऊँचाई तक ले जाना है, दूसरे समाज से अलग पहचान कायम करनी है तो अच्छे कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज ना करें। समाज के हर उस व्यक्ति को, जो समाज को दुनियां में सर्वश्रेष्ठ बनाना चाहता है,मेरा निवेदन है कि बिना किसी भय के ऐसे व्यक्तियों के लिए आवाज़ उठाएं और अच्छे कार्यकताओं के साथ हो रहे शोषण से समाज को अवगत कराएं ।

मुट्ठीभर संकल्पवान लोग,जिनकी अपने लक्ष्य में दृढ़ आस्था है, इतिहास की धारा को बदल सकते हैं
विचारणीय .......

No comments:

Post a Comment